Saturday, July 24, 2010

यशराज की लफंगे परिंदे


बॉलीवुड के सबसे प्रतिष्ठित और कामयाब फिल्मी धराने के तौर पर विख्यात यशराज कैंप तेजी के साथ बदल रहा है. इसकी झलक उनकी हालिया रिलीज हुई या होने जा रही फिल्मों के नामों को पढ़ने से ही हो जाती है. अब देखिए ना, यशराज कैम्प के बैनर तले अगले कुछ दिनों में एक पिक्चर रिलीज होने जा रही है, जिसका नाम रखा गया है-लफंगे परिंदे. इस पिक्चर में नील नीतिन मुकेश और दीपिका पादुकोण की जोड़ी है. नील इसमें गली के एक फाइटर बने हैं, वहीं दीपिका एक अंधी लड़की के किरदार में है. ठीक है, कहानी कुछ हटकर है, लेकिन फिर भी इस तरह का नाम वह भी यशराज बैनर की फिल्म का, तो चैंकना तो स्वाभाविक ही है.
लेकिन चैंकिए मत, क्योंकि हाल के सालों में यशराज कैम्प की फिल्मों के नामों पर गौर करें तो ज्यादातर नाम आप आम आदमी की जिंदगी से जुड़े हुए ही पाएंगे. जैसे कि कुछ महीनें पहले रिलीज हुई यशराज कैम्प की एक फिल्म का नाम था- बदमाश कंपनी. इस पिक्चर में शाहिद कपूर और अनुष्का शर्मा नायक-नायिका की भूमिका में थे. इससे पहले भी यशराज कैम्प से कुछ अजीबोगरीब नामों वाली फिल्में आई है जैसे कि-न्यूयार्क, काबूल लागा चुनरी में दाग, बंटी और बबली आदि.
अब आप सोचेंगे कि भला रोमांटिक फिल्मों के लिए विख्यात यशराज कैम्प में अब ये बदलाव की बहार क्यों बहने लगी है. तो जनाब,ये सब कामयाबी के हथकंडे हैं. दरअसल बात यह है कि पिछले कुछ सालों में यशराज घराने की फिल्में टिकट खिड़की पर औंधे मूंह गिरी है. बात यह है कि अब उनकी घिसी-पिटी रोमांटिक कहानियों में दर्शकों को कोई दिलचस्पी नहीं रह गई है. ऊपर से तुर्रा यह कि यश चैपड़ा अब एक तरह से रिटायर हो चुके हैं, तो उनके बेटे आदित्य चैपड़ा का जादू पहली फिल्म दिलवाले दुलहनियां ले जाएंगे के बाद ही फीका पड़ गया.
सो, बाजार में बने रहने के लिए चैपड़ा घराने ने यह नया टेªंड अपनाया है. अब वे आतंकवाद पर आधारित न्यूयार्क और काबूल जैसी फिल्में बनाने से भी परहेज नही करते.
सो, अब उनकी लफंगे परिंदे देखने को तैयार हो जाइए. पिक्चर भले ही यशराज कैम्प की है, लेकिन उसमें आम मुंबईया जैसा पूरा मसाला मिलेगा आपको.

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