Wednesday, July 14, 2010

आमिर की पिपली लाइव और विवाद

13 अगस्त को रिलीज होने जा रही आमिर खान प्रोडक्शन की फिल्म पिपली लाईव इन दिनों विवादों के घेरे में है. विवाद फिल्म के लोकप्रिय हो चुके गाने ‘महंगाई डायन खाय जात है’ को लेकर है. दरअसल, यह गाना मध्यप्रदेश के बदवाई गांव के एक मास्टर गयाप्रसाद प्रजापति का है, जो इसे लंबे समय से एक लोकगीत के रूप में अपने ग्रुप के साथ गाते रहे हैं. प्रजापति साहब से यह गाना फिल्म की निर्देशिका और पत्रकार अनुषा रिजवी ने खरीदा था. लेकिन अब जबकि फिल्म का यह गाना राष्ट्रीय स्तर पर सुर्खियों में है, प्रजापति का आरोप है कि निर्माता-निर्देशकों ने उन्हें मात्र 11,000 रुपए का मेहनताना देकर समझा दिया, जो कि आज के हिसाब से बहुत कम पैसा है.
हालांकि आमिर खान ने प्रजापति सहित उनके सभी साथियों को मुंबई बुलाकर चंद लाख रूपए दे दिए हैं और विवाद को खत्म करने की कोशिश की है. लेकिन सवाल यह है कि हमेशा आमिर के साथ ही ऐसा क्यों होता है ? आखिर, हमेशा फिल्म की रिलीज से पहले आमिर विवादों के बीच कैसे आ जाते हैं. थ्री इडियट्स की रिलीज से पहले उपन्यासकार चेतन भगत ने फिल्म के निर्माता विध्ु विनोद चैपड़ा पर कहानी चुराने का आरोप लगाया था. तब आमिर भी इस विवाद में कूद पड़े थे. खूब बयानबाजी की थी उन्होंने उस वक्त. उसका असर भी हुआ, थ्री इडियट्स भारतीय सिनेमा के इतिहास की सबसे ज्यादा कमाई करने वाली फिल्म साबित हुई. इससे पहले मंगल पांडे की रिलीज के पहले भी ऐसा ही एक विवाद खड़ा हुआ था. आमिर के निर्देशन में बनी फिल्म तारे जमीं पर की रिलीज से पहले भी एक विवाद खड़ा हुआ था, जब आमिर पर अमोल गुप्ते ने आरोप लगाया था कि फिल्म के असली निर्देशक वे हैं और आमिर जबरन का श्रेय ले रहे हैं.
तो आखिर फिल्म की रिलीज से पहले आमिर हमेशा विवादों में क्यों आ जाते हैं ? याद कीजिए, आमिर के बारे में इंडस्ट्री मे कहा जाता है कि वे मिस्टर परफेक्सनीस्ट है, हर कदम सोच समझकर उठाते हैं. कहीं इसका मतलब यह तो नहीं कि वे अपनी फिल्मों को रिलीज से पहले अच्छा-खासा प्रचार दिलाने के लिए यह सारे फंडे आजमाते हैं. वैसे भी आमिर मार्केटिंग के उस्ताद है. दर्शकों को अपनी पिक्चर की ओर कैसे खींचा जाएं, यह उनकों अच्छे से मालुम हैं. शायद यही वजह है कि आमिर की हर फिल्म रिलीज से पहले एक ऐसे विवाद में पड़ जाती है, जिसके चलते उसे बिना कुछ भी खर्चा किए देश के सभी समाचार पत्रों, टीवी चैनलों में मुप्त प्रचार मिल जाता है.
अगर ऐसा है, तो पिपली लाईव के साथ भी बिल्कुल यही हो रहा है. विवादों के चलते आमिर की यह फिल्म भी रिलीज से पहले हीे हिट नजर आ रही है. सही हो या गलत, आमिर का दांव हमेशा की तरह ही इस बार भी सही साबित हो रहा है. लेकिन बड़ा सवाल यह है कि क्या आमिर जैसे श्रेष्ठ अभिनेता को ऐसे प्रचार की जरूरत है, जिनकी फिल्म को देखने के लिए दर्शक वैसे ही सिनेमाघरों की ओर दौड़े चले आते हैं.

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