Tuesday, July 6, 2010

अगला शुक्रवार: रेड अलर्ट


पिछले शुक्रवार जहां इमरान खान-सोनम कपूर अभिनीत रोमांटिक फिल्म आई हेट लव स्टोरीज रिलीज हुई थी,, तो इस शुक्रवार, यानी 9 जुलाई को एक गंभीर विषय पर आधारित फिल्म दर्षकों को देखने को मिलेगी-नक्सलवाद पर. इस शुक्रवार रिलीज हो रही फिल्म रेड अलर्ट-द वार विथिन-नक्सलवाद के तौर पर एक ऐसी समस्या को सामने लाएगी,, जो वर्तमान में देष की सबसे ज्वलंत चुनौती बनी हुई है. पिछले तीन महीनों में देष के अलग-अलग हिस्सों में हुए नक्सली हमलों में तीन सौ से भी ज्यादा पुलिसकर्मियों को अपनी जान गंवानी पड़ी है. ऐसे में एक सच्ची घटना पर आधारित बताई जा रही यह फिल्म इस मुद्दें को नई दिषा दे सकती है.

फिल्म: रेड अलर्ट-द वार विथिन

निर्देषक: अनंत महादेवन

निर्माता:टीपी अग्रवाल, राहुल अग्रवाल

कलाकार-सुनील शेट्टी,, समीरा रेड्डी , विनोद खन्ना भाग्यश्री,, आषीष विद्यार्थी,, सीमा विष्वास.

कहानी: फिल्म की कहानी नरसिम्हा के इर्द-गिर्द घूमती है, जो एक खेतिहर मजदूर है. जिसको जिंदगी के इस मोड़ पर अपने बच्चों की षिक्षा के लिए किसी भी कीमत पर पैसा चाहिए. इसी जद्दोजहद में वह नक्सली आंदोलन से जुड़ जाता है. शुरूआत में नरसिम्हा नक्सली समूह के रसोईये के तौर पर काम करता है, लेकिन जल्द ही वह हमले, अपहरण जैसी योजनाओं में भी शामिल हो जाता है.
लेकिन नरसिम्हा की जिंदगी में जबर्दस्त तूफान आता है, जब नक्सली समूह के मुखिया आषीर्ष विद्यार्थी से उसका मतभेद हो जाता है. मजबूरन नरसिम्हा को नक्सली समूह छोड़ना पड़ता है. अब नरसिम्हा जिंदगी के ऐसे दौराहे पर आ खड़ा है, जहां एक और पुलिस उसके खिलाफ है, तो दूसरी और नक्सली समूह. ऐसे में नरसिम्हा क्या कदम उठाता है , यही फिल्म की कहानी है. यह कहानी कई सवाल खड़े करती है: क्या आज के हालात में देष के लिए लड़ना समझदारी है ? क्या हमें जिंदा रहने के लिए हथियार उठाने ही होंगे ? और सबसे बड़ा सवाल यह कि आज हमारे सामने और कोई विकल्प है ?
खास बात: निर्देषक अनंत महादेवन आमतौर पर मसाला फिल्में बनाने के लिए जाने जाते हैं, लेकिन उनकी यह फिल्म लीक से हटकर है. नक्सलवाद जैसे मुद्दें की हकीकत को सामने लाती इस फिल्म को दुनियाभर के फिल्म समारोहों में सराहा गया है. 2009 में न्यूयाॅर्क में आयोजित साउथ ऐषियन इंटरनेषनल फिल्म फेस्टिवल में सुनील शेट्टी को सर्वश्रेष्ठ अभिनेता के सम्मान से नवाजा गया था. वहीं,, 2009 के स्टुटगर्ट फिल्म फेस्टिवल में निर्देषक अनंत महादेवन को ‘डायरेक्टर्स विजन अवार्ड’ से नवाजा गया था. अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर फिल्म की लोकप्रियता से उत्साहित होकर ही निर्माताओं ने फिल्म को चार भाषाओं में एक साथ रिलीज करने का फैसला किया है-हिंदी,, छत्तीसगढ़ी, तेलगु और इंग्लिष.

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