Wednesday, September 1, 2010

अमिताभ की प्राइवेसी


अमिताभ बच्चन को भले ही देशभर के सिनेमा प्रेमी अपने दिल का सरताज बनाकर रखते हो, लेकिन अमिताभ इसकी परवाह न करते हुए गाहे-बगाहे कुछ ऐसी हरकतें कर देते हैं, जिससे उनके ऊंचे कद और महिमामंडन पर सवालिया निशान खड़े हो जाते हैं. याद कीजिए कुछ साल पहले की बात जब अमिताभ अमरसिंह के सहारे समाजवादी हुआ करते थे. उस दौर में अमिताभ ने गांधी-नेहरू परिवार के बारे में एक विवादास्पद टिप्पणी करते हुए गांधी परिवार को राजा और खुद के परिवार को रंक बताया था. और अब अमिताभ ने एक बार फिर अपने एक कृत्य से विवाद खड़ा कर दिया है. असल में इन दिनों मंुबई शहर में मेट्रो रेल परियोजना का काम पूरे जोर-शोर से चल रहा है. अगर आप मुंबई जाएं, तो किधर का भी रास्ता चुने, मेट्रो का काम हर तरफ चलता दिखाई देगा. अनिल अंबानी की कंपनी इस मेट्रों परियोजना को मुंबई में साकार करने के लिए दिन-रात जुटी हुई है. यह परियोजना पूरे मुंबई के लिए जरूरी है, क्यांेकि इससे ट्रॉफिक से बदहाल हो चुके महानगर की आवागमन की समस्या पूरी तरह से हल हो जाएगी. इससे उन लाखों लोगों को रोज-रोज ट्राफिक की दिक्कतों से जूझना नहीं पड़ेगा.
लेकिन महानायक का दर्जा रखने वाले अमिताभ को आम मुंबईकर की दिक्कतों से कोई लेना-देना नहीं है. असल में मेट्रो का एक हिस्सा अमिताभ के घर प्रतीक्षा के सामने से भी गुजरेगा. बस इसी को लेकर अमिताभ ने रोना रो दिया कि इससे उनकी प्राइवेसी भंग हो जाएगी. अमिताभ का यह कहना था कि राजनीतिक पार्टियों सहित मुंबईकर भी उनके खिलाफ हो गए. सवाल पूछे जाने लगे कि अमिताभ को अपनी प्राइवेसी की ज्यादा चिंता है या फिर मुंबई के विकास की.
याद कीजिए 2001 में भी एक ऐसा ही विवाद खड़ा हुआ था, जब स्वर साम्राज्ञी लता मंगेशकर ने अपने घर के सामने प्लाईओवर बनने का पुरजोर विरोध किया था. लता दी तो यह मामला संसद तक ले गई थी. इसका नतीजा यह निकला कि लता दी के घर के सामने का पेडर रोड़ आज तक विकास के लिए तरस रहा है.
अब अमिताभ भी यही चाहते हैं कि मुंबई का विकास भले हीे नह हो, लेकिन उनकी प्राइवेसी में खलल नहीं पड़नी चाहिए. अफसोस कि ऐसा सोचते वक्त ये सितारे यह भूल जाते हैं कि यह मुंबई ही है, जिन्होंने इनकों सर माथे पर बिठाया है.

1 comment:

  1. श्री कृष्ण जन्माष्टमी की हार्दिक बधाई ।

    एक आदमी को विशेस लाभ नहीं दिया जा सकता, सहमत हु आपसे .....

    कृपया एक बार पढ़कर टिपण्णी अवश्य दे
    (आकाश से उत्पन्न किया जा सकता है गेहू ?!!)
    http://oshotheone.blogspot.com/

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